कि यादें ताजा करते हैं। खुद पर हंंसी आती है। कि यादें ताजा करते हैं। खुद पर हंंसी आती है।
फिर भी यहाँ तुम, क्यों रह रही हो ? फिर भी यहाँ तुम, क्यों रह रही हो ?
खफा रहना तो हमारी अदा नहीं चल बसा लेते है दूर दुनिया अपनी। खफा रहना तो हमारी अदा नहीं चल बसा लेते है दूर दुनिया अपनी।
बाल कविता(कक्षा-1) बाल कविता(कक्षा-1)
बिल्ली बिल्ली
जब भी हम देखते अजीब गरीब करतब जोकर के, अनायास ही हमें हंसी आ है जाती जब भी हम देखते अजीब गरीब करतब जोकर के, अनायास ही हमें हंसी आ है जाती